हिंदी दिवस 2021

14 सितंबर, 2021 को विश्व हिंदी सचिवालय ने शिक्षा, तृतीयक शिक्षा, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय तथा भारतीय उच्चायोग, मॉरीशस के संयुक्त तत्वावधान में विश्व हिंदी सचिवालय के सभागार, फ़ेनिक्स में हिंदी दिवस एवं पुरस्कार-वितरण-समारोह का आयोजन किया। समारोह का आरंभ दीप-प्रज्वलन के साथ हुआ।

समारोह की मुख्य अतिथि, उपप्रधान मंत्री एवं शिक्षा, तृतीयक शिक्षा, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री माननीया श्रीमती लीला देवी दुकन-लछुमन रहीं। इस अवसर पर भारतीय उच्चायुक्त महामहिम श्रीमती के. नंदिनी सिंग्ला ने कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई।

मुख्य अतिथि माननीया श्रीमती लीला देवी दुकन-लछुमन ने सभी को हिंदी दिवस की शुभकामनाएँ देते हुए विश्व हिंदी सचिवालय की गतिविधियों की सराहना की। उन्होंने कहा"आज हिंदी विश्व भर में एक जीवित भाषा बन गई है। हिंदी धार्मिक व सांस्कृतिक मूल्यों की वाहिका होने के साथ-साथ एक प्रबल वैश्विक संचार माध्यम बन गई है। हिंदी की उड़ान आज इतनी है कि वह धर्म, समुदाय, संस्कृति एवं भौगोलिक सीमाओं से भी परे है। इसी उड़ान की बदौलत हिंदी पाँचों कॉन्टिनेंट में बोली जा रही है।"

भारत के विदेश मंत्री माननीय श्री सुब्रह्मण्यम जयशंकर का संदेश वीडीयो के माध्यम से प्रस्तुत किया गया। माननीय मंत्री ने सभी को हिंदी दिवस की शुभकामनाएँ देते हुए प्रसन्नता व्यक्त की कि जैसे-जैसे भारत प्रगति कर रहा है, भारतीय संस्कृति और परम्पराओं के प्रति लोगों में रुचि बढ़ रही है। उन्होंने हिंदी और अन्य भारतीय भाषाओं को उस विरासत के महत्त्वपूर्ण पहलू बताते हुए कहा "विश्वविद्यालयों, स्कूलों और अन्य संस्थाओं में हिंदी के प्रति और अधिक रुचि पैदा करना हमारी प्राथमिकता है।"

महामहिम श्रीमती के. नंदिनी सिंग्ला ने अपने उद्बोधन में सभी को हिंदी दिवस 2021 की शुभकामनाएँ दीं। उन्होंने कहा"हिंदी हमारा गौरव ही नहीं हम सब की ताकत भी है। भारत अनेक धर्मों, संस्कृतियों और भाषाओं का देश है और हिंदी भाषा देश की इस अनेकता को एकता प्रदान करनेवाली भाषा है।" श्रीमती नंदिनी सिंग्ला ने सुझाव दिया कि भारत की 75वीं आज़ादी मनाते हुए मॉरीशस में हिंदी का प्रचार-प्रसार करनेवाली अनेक संस्थाएँ विश्व हिंदी सचिवालय के साथ जुड़कर बड़े स्तर के रोचक तथा ज्ञानवर्धक कार्यक्रम आयोजित करें, जिसमें हिंदी अहम रहे।

समारोह के आरम्भ में सचिवालय की उपमहासचिव डॉ. माधुरी रामधारी ने उपस्थित महानुभावों व सभी अतिथियों का स्वागत करते हुए बताया कि "हिंदी की मूल विशेषताओं को पहचानकर महात्मा गांधी ने जन मानस की भाषा हिंदी को भारत की राष्ट्रभाषा बनाने पर बल दिला था। ऐसे महानुभावों के सतत प्रयास से 14 सितंबर 1949 को भारत की संविधान सभा में हिंदी को राजभाषा घोषित किया गया।" उन्होंने हिंदी का महत्व बढ़ाने में और नए सिरे से हिंदी का प्रचार करने में हिंदी दिवस की महत्वपूर्ण भूमिका का रेखांकन किया और सभी को हिंदी दिवस की शुभकामनाएँ दीं।

‘पत्रिकायन’ वेबसाइट का लोकार्पण

विश्व हिंदी सचिवालय द्वारा प्रकाशित पत्रिकाएँ विश्व भर के पाठकों तक अब तक मुद्रित तथा ई-प्रारूप में पहुँचती रही हैं। सचिवालय की वेबसाइट पर ‘विश्व हिंदी पत्रिका’, ‘विश्व हिंदी साहित्य’ तथा ‘विश्व हिंदी समाचार’ सामान्य पी.डी.एफ़. प्रारूप में उपलब्ध कराई जाती रही है। पत्रिकाओं की बढ़ती लोकप्रियता को देखते हुए, उनको बेहतर, रोचक व नवीन तरीके से पाठकों की सुविधा हेतु प्रस्तुत करने के उद्देश्य से पत्रिकाओं के संकलन को ‘पत्रिकायन’ वेबसाइट के रूप में प्रस्तुत किया गया है।

वेबसाइट की महत्ता के बारे में टिप्पणी करते हुए प्रसिद्ध तकनीक विशेषज्ञ श्री बालेंदु शर्मा दाधीच ने कहा- "विश्व हिंदी सचिवालय द्वारा प्रकाशित पत्रिकाएँ दुनिया भर में अपनी गम्भीरता, परिपक्वता, साहित्यिक गुणवत्ता और शुद्धात्मक गहराई के लिए जानी जाती है। सचिवालय इन्हें भौतिक माध्यमों से वैश्विक पाठक वर्ग तक पहुँचाता रहा है। पत्रिका की लोकप्रियता को देखते हुए सचिवालय ने ऑनलाइन माध्यम को अपनाने का निश्चय किया और उसी का परिणाम है 'पत्रिकायन' जो सचिवालय के प्रकाशनों की अपनी वेबसाइट है।" इस वेबसाइट का लोकार्पण माननीय अतिथियों द्वारा कार्यक्रम के अंतर्गत किया गया।

सचिवालय के प्रकाशनों की अपनी अलग वेबसाइट पर पत्रिकाएँ फ़्लिपबुक के रूप में पढ़ी जा सकती है, पी.डी.एफ़. प्रारूप में डाउनलोड की जा सकती हैं तथा प्रत्येक पत्रिका के आलेख व रचनाएँ अलग से भी पढ़ने के लिए लिंक रूप में उपलब्ध हैं। ‘पत्रिकायन’ वेबसाइट का लिंक है : patrikayan.vishwahindi.com

हिंदी काव्य-पाठ प्रतियोगिता

हिंदी दिवस 2021 के उपलक्ष्य में सचिवालय ने उच्च प्राथमिक स्तर के विद्यार्थियों के लिए 'हिंदी काव्य-पाठ प्रतियोगिता' का आयोजन किया था, जिसमें प्राथमिक पाठशालाओं से 168 प्रतिभागियों ने वीडियो रिकॉर्डिंग के माध्यम से कविता-पाठ किया। प्रतियोगिता में ग्राँ साब सरकारी पाठशाला की छठी कक्षा के श्री तनवीर दुखी को प्रथम स्थान, जेम्स तुलसी सरकारी पाठशाला की चौथी कक्षा की सुश्री केशना राधिका शर्मा जयप्रकाश को द्वितीय स्थान और मोका सरकारी पाठशाला की छठी कक्षा के श्री परीक्षित रणू को तृतीय स्थान प्राप्त हुआ। विजेताओं को नकद पुरस्कार, पुस्तकें एवं प्रमाण-पत्र भेंट किए गए।

हिंदी कहानी-कथन प्रतियोगिता

हिंदी दिवस 2021 के उपलक्ष्य में सचिवालय ने निम्न माध्यमिक स्तर के विद्यार्थियों के लिए 'हिंदी कहानी-कथन प्रतियोगिता' का आयोजन किया। इस प्रतियोगिता में माध्यमिक पाठशालाओं से 85 विद्यार्थियों ने भाग लिया। प्रतियोगिता में हिंदू गर्ल्स कॉलिज से ग्रेड 9 की सुश्री दर्शिता दृष्टि लालबिहारी को प्रथम पुरस्कार, हिंदू गर्ल्स कॉलिज से ग्रेड 7 की सुश्री पेयुशा रामलगन को द्वितीय पुरस्कार तथा डी.ए.वी. कॉलिज से ग्रेड 9 के श्री पवन कुमार रामझीतन को तृतीय पुरस्कार प्रदान किया गया। विजेताओं को नकद पुरस्कार, पुस्तकें एवं प्रमाण-पत्र भेंट किए गए।

सांस्कृतिक कार्यक्रम इस अवसर पर महात्मा गांधी संस्थान के कला एवं अभिनय विभाग के कलाकारों द्वारा सरस्वती वंदना पर कथक नृत्य की मनोरम प्रस्तुति हुई।

रवींद्रनाथ टैगोर संस्थान के रंगमंच एवं कलाभिनय विभाग की वरिष्ठ प्राध्यापिका एवं अध्यक्षा डॉ. वर्षारानी बिसेसर-दुलुवा ने रामायण-केंद्र के पूर्व अध्यक्ष स्वर्गीय श्री राजेंद्र अरुण द्वारा रचित ‘हिंदी बने विश्व की भाषा’ गीत की प्रस्तुति की।

मृगतृष्णा आर्ट्स ग्रुप के कलाकारों द्वारा ‘हमारी हिंदी, हमारा गौरव’ नाटक प्रस्तुत किया गया। इस नाटक का संदेश था "हिंदी, विश्व में हमारी पहचान बने, हमारा गौरव, हमारा आत्म-सम्मान बने।"

समारोह में अनेक मंत्रालयों के अधिकारी गण, शैक्षिक, सांस्कृतिक व धार्मिक संस्थाओं के प्रतिनिधि व सदस्य गण और मॉरीशसीय हिंदी साहित्यकारों, लेखकों, प्राध्यापकों, शिक्षकों, छात्रों व हिंदी प्रेमियों ने कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई। मंच-संचालन डॉ. माधुरी रामधारी ने किया।

- विश्व हिंदी सचिवालय की रिपोर्ट