10 जनवरी, 2018 को विश्व हिंदी सचिवालय ने शिक्षा व मानव संसाधन,
तृतीयक शिक्षा एवं वैज्ञानिक अनुसंधान मंत्रालय तथा भारतीय उच्चायोग,
मॉरीशस के तत्वावधान में इंदिरा गांधी भारतीय सांस्कृतिक केंद्र,
फ़ेनिक्स में विश्व हिंदी दिवस समारोह का भव्य आयोजन किया।
समारोह
के मुख्य अतिथि शिक्षा मंत्री, माननीया श्रीमती लीला देवी दुकन-लछुमन
रहीं। कला व संस्कृति मंत्री, माननीय श्री पृथ्वीराजसिंह रूपन, भारतीय
उच्चायुक्त, महामहिम श्री अभय ठाकुर तथा इंदिरा गांधी भारतीय
सांस्कृतिक केंद्र की निदेशिका आचार्य प्रतिष्ठा ने भी अपनी उपस्थिति
से कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई। सचिवालय ने इस वर्ष विश्व हिंदी दिवस के
अवसर पर ताशकेंत, उज़्बेकिस्तान से एसोसिएट प्रोफ़ेसर (हिंदी) तथा
ताशकेंत स्टेट इंस्टिट्यूट ऑव ओरियंटल स्टडीज़ में दक्षिण एशियाई भाषा
विभाग के अध्यक्ष व इंडोलॉजी सेंटर के निदेशक डॉ. सिरोजिद्दिन
सुल्तानमुरातोविच नुर्मातोव को मॉरीशस के हिंदी प्रेमियों के समक्ष
प्रस्तुत किया। डॉ. नुर्मातोव ने ‘उज़्बेकिस्तान में हिंदी-शिक्षण :
दशा एवं दिशा’ विषय पर वक्तव्य देते हुए वहाँ पर हिंदी के
प्रचार-प्रसार पर हो रहे कार्यक्रमों व प्रयासों पर बात की।
माननीया श्रीमती लीला देवी दुकन-लछुमन ने सभी को विश्व हिंदी दिवस की
शुभकामनाएँ देते हुए विश्व हिंदी सचिवालय की गतिविधियों की सराहना की।
उन्होंने सचिवालय के नए भवन के उद्घाटन को हिंदी का एक अगला पड़ाव
बताया। उन्होंने इस वर्ष होनेवाले 11वें विश्व हिंदी सम्मेलन की
विशेषताओं तथा चुनौतियों का उल्लेख किया और विश्व हिंदी पत्रिका को
लेकर अपने विचार व्यक्त किए तथा मॉरीशस में विश्व हिंदी दिवस मनाने के
सार्थक प्रयास पर संतुष्टि व खुशी व्यक्त की। उन्होंने हिंदी को लेकर
हो रहे प्रयासों का उल्लेख करते हुए उसमें नए सुधार लाए जाने की इच्छा
जताई और कहा कि ‘‘हमें अपने शैक्षिक सुधार, पाठ्य-पुस्तक, डिजिटल
लर्निंग प्रोग्राम, प्रकाशन आदि का उदाहरण देकर साबित करना है कि
मॉरीशस पूरी दुनिया में हिंदी-शिक्षण, प्रचार-प्रसार हेतु एक मिसाल
है।’’ उन्होंने 11वें विश्व हिंदी सम्मेलन में सभी के सहयोग की अपेक्षा
व्यक्त की।
महामहिम
श्री अभय ठाकुर ने इस अवसर पर भारत गणराज्य के प्रधान मंत्री, महामहिम
श्री नरेंद्र मोदी का संदेश पढ़कर सुनाया। उन्होंने अपने वक्तव्य में
कहा कि हिंदी को लेकर यहाँ जो भी कार्य किए जा रहे हैं जैसे विश्व
हिंदी दिवस, उन्हीं कारणों से भारत एवं मॉरीशस के संबंध सुदृढ़ हो रहे
हैं।
कला एवं संस्कृति मंत्री माननीय श्री पृथ्वीराजसिंह रूपन ने मॉरीशस में
हिंदी के विकास पर बात करते हुए भविष्य में सचिवालय के कार्यों का
उल्लेख किया। उन्होंने उन कार्यों के लिए अपने मंत्रालय के समर्थन का
आश्वासन दिया। उन्होंने भाषा को सभी की पहचान बताते हुए उनसे भाषा को
पढ़ने एवं बोलने की प्रार्थना की।
समारोह के आरम्भ में सचिवालय के महासचिव, प्रो. विनोद कुमार मिश्र ने
उपस्थित महानुभावों व सभी अतिथियों का स्वागत किया और सभी को विश्व
हिंदी दिवस की शुभकामनाएँ देते हुए सचिवालय द्वारा आयोजित
अंतरराष्ट्रीय हिंदी एकांकी प्रतियोगिता के परिणामों की घोषणा की।
इंदिरा गांधी भारतीय सांस्कृतिक केंद्र की निदेशिका आचार्य प्रतिष्ठा
ने विश्व हिंदी दिवस की शुभकामनाएँ देते हुए रंगमंच पर बात की।
उन्होंने नाट्य-प्रस्तुति द्वारा कहा कि रंगमंच के माध्यम से हिंदी का
संवर्धन एवं संरक्षण हुआ है।
विश्व हिंदी पत्रिका के 9वें अंक का लोकार्पण
इस वर्ष सचिवालय ने अपने वार्षिक प्रकाशन ‘विश्व हिंदी पत्रिका’ के
9वें अंक के मुद्रित व वेब प्रारूपों का लोकार्पण किया। इस अंक में
विभिन्न देशों से प्राप्त 42 आलेख पाठकों के समक्ष प्रस्तुत किए गए। यह
अंक सचिवालय के वेबसाइट www.vishwahindi.com पर भी उपलब्ध है।
अंतरराष्ट्रीय हिंदी एकांकी प्रतियोगिता
विश्व
हिंदी दिवस 2018 के उपलक्ष्य में सचिवालय ने वर्ष 2017 में
‘अंतरराष्ट्रीय हिंदी एकांकी प्रतियोगिता’ का आयोजन किया था। समारोह
में प्रतियोगिता के परिणामों की घोषणा की गई। मॉरीशस के तीन विजेताओं
(प्रथम – श्री विश्वानंद पतिया; द्वितीय – श्री सोमदत्त काशीनाथ; तृतीय
– डॉ. अलका धनपत) को पुरस्कार राशि तथा प्रमाण-पत्र भेंट किया गया।
सांस्कृतिक कार्यक्रम
कार्यक्रम का आरम्भ इंदिरा गांधी भारतीय सांस्कृतिक केंद्र के कलाकारों
द्वारा ‘नर्तन से कीर्तन’ विषयक नृत्य प्रस्तुति से हुआ। इस वर्ष कला व
संस्कृति मंत्रालय तथा भारतीय सांस्कृतिक संबंध परिषद् (आई.सी.सी.आर.)
के सहयोग से भारत से ‘क्षितिज थिएटर ग्रुप’ को विश्व हिंदी दिवस के मंच
पर प्रस्तुत किया गया। इस ग्रुप ने ‘कर्मभूमि’ नाटक का मंचन किया।
अनेक मंत्री गण, मंत्रालयों के अधिकारी गण, शैक्षिक, प्रचारक व धार्मिक
संस्थाओं के प्रतिनिधि व सदस्य गण, मॉरीशसीय हिंदी साहित्यकार, लेखक,
प्राध्यापक, शिक्षक व छात्रों ने अपनी उपस्थिति से कार्यक्रम की शोभा
बढ़ाई। मंच-संचालन डॉ. माधुरी रामधारी ने किया।
अन्य गतिविधियाँ
11
जनवरी, 2018 को डॉ. सिरोजिद्दिन सुल्तानमुरातोविच नुर्मातोव ने शिक्षा
व मानव संसाधन, तृतीयक शिक्षा एवं वैज्ञानिक अनुसंधान मंत्री, माननीया
श्रीमती लीला देवी दुकन-लछुमन, कला एवं संस्कृति मंत्री माननीय श्री
पृथ्वीराजसिंह रूपन एवं भारतीय उच्चायुक्त महामहिम श्री अभय ठाकुर से
औपचारिक भेंट की।
12 जनवरी, 2018 को रवींद्रनाथ टैगोर संस्थान में क्षितिज थिएटर ग्रुप
की नाट्य-प्रस्तुति का आयोजन किया गया, जिसमें मॉरीशस के हिंदी
प्रेमियों ने उत्साह के साथ भाग लिया।
इसके अतिरिक्त महात्मा गांधी संस्थान के सुब्रमण्यम् भारती सभागार में
शिक्षकों तथा छात्रों सहित हिंदी प्रेमियों के लिए एक शैक्षणिक सत्र का
आयोजन किया गया जिसमें डॉ. नुर्मातोव ने ताशकेंत, उज़्बेकिस्तान में
हिंदी की दशा, उसके पठन-पाठन तथा वहाँ हिंदी में हो रहे शोध पर बात की।
डॉ. नुर्मातोव ने मॉरीशस ब्रॉडकास्टिंग कॉर्पोरेशन द्वारा संचालित
‘सृजन’ टीवी कार्यक्रम में भी भाग लिया।
विश्व हिंदी सचिवालय की रिपोर्ट
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